Breaking News:
NCERT

NCERT पैनल की सिफारिश, स्कूलों में पढ़ाया जाए रामायण और महाभारत

Lucknow Desk: आए दिन सनातन धर्म को लेकर विवाद सुनने को मिलता रहता है। कभी राजनीति में तो कभी आम आदमी के बीच रामायण और महाभारत को लेकर कई विवादित सवाल उठते है। अब रामायण और महाभारत को स्कूलों में पढ़ाने की तैयारी की जा रही है। बता दे कि रामायण और महाभारत को लेकर NCERT के एक पैनल ने बड़ी सिफारिश की है। पैनल ने रामायण और महाभारत को स्कूलों में इतिहास पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में पढ़ाने की सिफारिश की है। लेकिन NCERT में मंजूरी नहीं मिली है।

पैनल ने इतिहास को 4 कालों में बांटने की सिफारिश की

दरअसल, पैनल ने इतिहास को 4 कालों में बांटने की सिफारिश की है। इसमें शास्त्रीय काल, मध्यकालीन काल, ब्रिटिश काल और आधुनिक भारत में बांटा जाना चाहिए। अभी भारत के इतिहास को तीन भागों में बांटा गया है। इसमें प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत शामिल है। पैनल की अगुवाई करने वाले रिटायर्ड प्रोफेसर सीआई इस्साक ने कहा कि हमने सिफारिश की है कि महाकाव्यों रामायण और महाभारत को शास्त्रीय काल के तहत पढ़ाया जाना चाहिए।

इसके अलावा इस समिति ने स्कूल में क्लासों की दीवारों पर संविधान की प्रस्तावना लिखने की सिफारिश की है। समिति के अध्यक्ष सीआई इस्साक ने मंगलवार (21 नवंबर) को इस बात की जानकारी दी।

रामायण और महाभारत को लेकर पहले भी की गई है सिफारिश

बता दे कि इससे पहले मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने सरकारी स्कूलों में रामायण, गीता और महाभारत जैसे ग्रंथों को पढ़ाने का फैसला लिया था। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि इन ग्रंथों में मनुष्य को नैतिक और संपूर्ण बनाने की क्षमता होती है। उन्होंने कहा था कि इन ग्रंथों की शिक्षा देकर हम बच्चों को नैतिक और संपूर्ण बनाएंगे। हालांकि, शिवराज सिंह के इस फैसले का कई राजनीतिक दलों ने विरोध भी किया था। अब देखना ये होगी कि क्या NCERT की इस सिफारिश राजनीति होता है या नहीं।

यह भी पढ़े:- http://Tulsi Vivah 2023: कब है तुलसी विवाह 23 या 24 नवंबर?, जानें शुभ मुहूर्त और तारिख


Comment As:

Comment (0)