Awadh Ojha : प्रसिद्ध शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा ने राजनीति में ली एंट्री, इस पार्टी का थामा दामन
Awadh Ojha : प्रसिद्ध शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा ने अब राजनीति में एंट्री कर ली है। दरअसल, अवध ओझा ने आज सोमवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में आधिकारिक रूप से AAP की सदस्यता ग्रहण की है।
बता दें कि यूपीएससी अभ्यर्थियों के बीच 'ओझा सर' का नाम से सबसे लोकप्रिय हैं। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से आने वाले अवध ओझा की प्रारंभिक शिक्षा गोंडा से ही हुई है और उन्होंने अपना ग्रेजुएशन गोंडा के फातिमा इंटर कॉलेज से किया है। ओझा की राजनीति में एंट्री ऐसे समय में हो रहा है, जब दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस चुनावी समर में आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वो किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी, जिससे दिल्ली चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना बढ़ गई है।
अवध ओझा को पार्टी में शामिल करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति से प्रभावित होकर शिक्षा क्षेत्र के दिग्गज अवध ओझा आज आम आदमी पार्टी परिवार का हिस्सा बन रहे हैं। इसी दौरान अवध ओझा ने पार्टी में शामिल होते हुए कहा कि मेरा पार्टी से जुड़ने का मुख्य एजेंडा शिक्षा क्षेत्र का विकास है। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने मुझे राजनीति में लाकर एजुकेशन सेक्टर के लिए काम करने का मौका दिया है। मैं कहना चाहता हूं कि ये मेरे राजनीतिक करियर की शुरुआत है।
कौन हैं अवध ओझा?
प्रसिद्ध शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा उर्फ ओझा सर की राजनीति में एंट्री हो चुकी है। ओझा सर के नाम से अवध ओझा फेमस हैं। इनका पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है। उत्तर प्रदेश के गोंडा में 3 जुलाई 1984 को उनका जन्म हुआ था। पिता श्रीमाता प्रसाद ओझा पोस्टमास्टर थे। उनकी मां वकील थीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, दावा किया जाता है कि ओझा सर के पिता ने उनकी माताजी को पढ़ाने के लिए 5 एकड़ जमीन बेच दी थी।
अवध ओझा ने दिल्ली में रहकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की। प्रीलिम्स क्लियर किया, लेकिन मेंस क्वालिफाई नहीं कर पाए। इसके बाद उन्होंने पढ़ाना शुरू कर दिया। जब यूपीएससी में सफलता नहीं मिला तो अवध ओझा ने इलाहाबाद में डेरा जमाया और अपने दोस्त के कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाने लगे। शुरुआती दिनों में छात्रों को उनका अदाज बिल्कुल पंसद नहीं आया। तो वहीं कई छात्रों ने उनके स्टाइल की शिकायत कर कोचिंग छोड़ दी थीं।