Breaking News:
Operation Sindoor का बजा डंका

Operation Sindoor का बजा डंका, भारत ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना

Lucknow Desk: जब पूरा भारत आराम से सो रहा था, तब भारतीय सेना अपना मिशन पूरा कर रही थी। यानी भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या का बदला लेने के लिए Operation Sindoor के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नौ आतंकी ठिकानों पर जोरदार हमला किया। जिसमें जैश, हिजबुल जैसे आतंकी संगठनों के मुख्यालय और ठिकाने भी शामिल हैं। यह हमला भारत की अब तक की सबसे गहरी कार्रवाई वाली रही है जो पाकिस्तान की अनडिस्प्यूटेड टेरिटरी तक पहुंची है।

भारतीय सेना ने इस बदले की कार्रवाई का नाम Operation Sindoor रखा है। हालांकि, इस ऑपरेशन का नाम पीएम मोदी ने खुद दिया था।

क्यों रखा गया Operation Sindoor नाम?

बता दें, जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद यानी बीती रात यह अटैक किया गया, जिसमें करीब 250 से आतंकी मारे गए हैं। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के चीफ के साथ कई बैठक की थी।

इस दौरान पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया था कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने हमारी कई महिलाओं को विधवा किया है। पुरुषों को मारकर सिंधूर हटाया है। हमें इसका जवाब देना है और बड़ी- सी- बड़ी कार्रवाई करनी है। पीएम ने इसी कारण इस सैन्य ऑपरेशन का नाम 'मिशन सिंदूर' रखा था। वहीं जानकार इस हमले को 1971 की जंग और बालाकोट एयरस्ट्राइक से भी बड़ा पलटवार बता रहे हैं।

Operation Sindoor सबसे बड़ा हमला

बता दें, 2016 की उरी सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक अब तक भारत का सबसे बड़ा जवाब पाकिस्तान के खिलाफ माना जाता था। लेकिन पहलगाम आतंकी हमले का जबाव Operation Sindoor सबसे बड़ा हमला बन गया है। इस बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान के उन हिस्सों को निशाना बनाया जो अब तक नो-गो ज़ोन माने जाते थे। वहीं बालाकोट स्ट्राइक केवल एक ही ठिकाने तक सीमित थी, और उरी के बाद की कार्रवाई भी सीमित थी।  लेकिन इस बार एक नहीं, पूरे नौ ठिकाने को भारतीय सेना ने एक साथ निशाना बनाया।

पाकिस्तान के कितने ठिकानों पर हुआ हमला?

मिली जानकारी के मुताबिक, यह हमले हाई-प्रिसिशन मिसाइल स्ट्राइक थे। इस हमले में जगहों को निशाना बनाया गया उनमें बहावलपुर, मुरिदके, सियालकोट (पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में) और मुझफ्फराबाद व कोटली (PoK में) शामिल हैं। बता दें, बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माना जाता है, जो भारत से 250-300 किमी दूर हैं, वहीं मुरिदके लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय है, जो केवल 40-50 किमी दूर है, सियालकोट भारत से महज़ 10-20 किमी दूर है, तो वहीं चाक अमरू बिल्कुल सरहद के पास, महज़ 5-10 किमी है।

यह भी पढ़ें:- Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान पर किया हमला, जानें क्या बोला चीन?


Comment As:

Comment (0)