BJP VS INDIA

PM Modi को ओबीसी विरोधी साबित करने में जुटा विपक्ष, जानिए क्या है BJP का काउंटर प्लान?

Lucknow Desk: नए संसद भवन में विशेष सत्र शुरु होने के साथ ही महिला आरक्षण बिल पेश किया। ये बिल लोकसभा से पास हो गया है। अब इस बिल को राज्यसभा में भेजा जाएगा। इसके बाद इसे राष्ट्रपति से मंजूरी मिल जाएगा। जिसके बाद कानून बन जाएगा। इसी क्रम इस बिल को मोदी सरकार के द्वारा आधी आबादी को एक तिहाई हिस्सेदारी देने के कदम को BJP का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है, लेकिन विधेयक में OBC महिलाओं को अलग से आरक्षण न दिए जाने को लेकर विपक्ष ने मोर्चा खोल रखा है। कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी दल मोदी सरकार को OBC विरोधी कठघरे में खड़े करने की कोशिशों में जुटी है, जिससे निपटने के लिए BJP ने बकायदा काउंटर प्लान बना रखा है।

लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक ने बिल का समर्थन तो किया, लेकिन बिल में OBC के लिए आरक्षण की मांग उठाने के साथ-साथ जातिगत जनगणना का भी मुद्दा उछाल दिया है। इतना ही नहीं विपक्षी दल की तरफ से सपा से लेकर बसपा, जेडीयू और आरजेडी जैसी पार्टियां महिला आरक्षण में कोटे में कोटाकी मांग कर रहे हैं, लेकिन BJP और मोदी सरकार यह बताने की कोशिश में जुटी है कि संविधान में तीन कैटेगरी से सांसद चुनकर आते हैं, उन तीनों में आरक्षण की व्यवस्था की गई है।

सोनिया गांधी ने बुधवार को महिला आरक्षण विधेयक पर लोकसभा में चर्चा के बिल का समर्थन किया, लेकिन साथ ही मांग किया कि एससी, एसटी, OBC के लिए उप-कोटा के साथ महिला कोटा बिल तुरंत लागू किया जाए। साथ ही जातिगत जनगणना की भी मांग उठाई। सोनिया गांधी के साथ-साथ राहुल गांधी ने बिल का समर्थन करने के साथ OBC समुदाय के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए नजर आए। राहुल ने कहा कि OBC आरक्षण के बिना यह बिल अधूरा है। देश में दलित, आदिवासी, OBC कितने है, इसका जवाब सिर्फ जातिगत जनगणना से मिल सकता है। विपक्षी जब भी OBC के मुद्दे को उठाता है तो बीजेपी दूसरे मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश क्यों करती है ताकि OBC समुदाय दूसरी तरफ देखने लगे।

2011 में कराए जाति सर्वे के आंकड़ों को जारी करने मांग उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जातिगत जनगणना के आंकड़ों को जारी करना चाहिए, नहीं तो हम उसे जारी कर डालेंगे। केंद्रीय सचिवों की एक लिस्ट दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि 90 केंद्रीय सचिव में से तीन OBC हैं। राहुल ने कहा कि यही पांच फीसदी लोग बजट को कंट्रोल करते हैं। ये OBC समुदाय का अपमान है। राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर OBC विरोधी आरोप लगाते हुए जातिगत जनगणना की मांग रखी। इस तरह महिला आरक्षण के बहाने राहुल गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक ने जिस तरह OBC के आरक्षण का मुद्दा उठाया है, उससे सियासी मंशा समझी जा सकती है।

राहुल गांधी ही नहीं बल्कि विपक्षी खेमे में तमाम नेताओं ने महिला आरक्षण के बहाने BJP को OBC विरोधी कठघरे में खड़े करने की कोशिश करते नजर आए। विपक्षी गठबंधन INDIA आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में जातिगत जनगणना के मुद्दे को BJP के खिलाफ सियासी हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की रणनीति बना रखी है और संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण के मुद्दे पर उसे लेकर आक्रमक होने का मोका मिल गया, क्योंकि BJP ने कोटे के अंदर कोटे की व्यवस्था नहीं रखी है।

दरअसल, भारतीय राजनीति पूरी तरह से बदल गई है और अब पूरी सियासत OBC के इर्द-गिर्द सिमटी हुई नजर आ रही है। एक दौरा में ब्राह्मण, बनियों की पार्टी कहलाने वाली BJP अब इस तमगे से बाहर निकलकर OBC और दलित समुदाय के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाने में सफल रही। BJP 2014 में नरेंद्र मोदी के अगुवाई सत्ता में आई तो उसमें OBC समुदाय की अहम भूमिका रही थी। ऐसे में महिला आरक्षण में OBC को कोटा न फिक्स किए जाने से विपक्षी BJP के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। BJP के लिए 2024 के चुनाव में चिंता बढ़ सकती है। नीतीश कुमार से लेकर अखिलेश यादव, लालू प्रसाद यादव जैसे OBC नेता विपक्षी गठबंधन INDIA खेमे के साथ खड़े हैं, जिसमें कांग्रेस भी अहम रोल में है। ऐसे में OBC के मुद्दे पर BJP के लिए चिंता बढ़ सकती है।

क्या है BJP का काउंटर प्लान?

दरअसल, कांग्रेस और विपक्षी की OBC पॉलिटिक्स को बीजेपी ने काउंटर करने का पूरा प्लान बना रखा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान इसके संकेत दे दिए हैं। अमित शाह ने कहा कि OBC का राग अलापने वालों से मैं कहना चाहता हूं कि आपकी पार्टी ने कभी क्या OBC को प्रधानमंत्री बनाया, लेकिन BJP ने यह काम किया है। इतना ही नहीं अमित शाह ने OBC को लेकर BJP के नजरिए को भी रखा है और कहा कि अभी जो विद्यमान संविधान है, उसमें तीन कैटेगरी के सांसद चुनकर आते हैं। पहली-सामान्य कैटेगरी है, जिसमें हमारे OBC भी शामिल हैं। दूसरी-एससी और तीसरी कैटेगरी- एसटी की है। इन तीनों कैटेगरी में 33 फीसदी आरक्षण महिलाओं का कर दिया है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अगर आपको आंकड़े चाहिए तो मैं बता देता हूं। सुनने के लिए आप सदन में बैठे नहीं हो। भारतीय जनता पार्टी के सांसदों में 85 सांसद यानी 29 फीसदी OBC कैटेगरी के हैं। राहुल गांधी का नाम लिए बगैर ने अमित शाह ने कहा कि तुलना करनी है तो आ जाइए 29 मंत्री भी OBC कैटेगरी के हैं। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि BJP के 1358 विधायकों में से 365 विधायक यानी 27 फीसदी OBC समुदाय से हैं। इसके अलावा BJP के 63 में से 65 एमएलसी भी OBC से ताल्लुक रखते हैं, जो कि 40 फीसदी है।

राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये बताएं कि साल 2004 से 2014 के बीच देश में कितने केंद्रीय सचिव OBC थे। कांग्रेस के जितने सांसद हैं, उससे ज्यादा तो हमारे OBC सांसद हैं। देश को पहली OBC पीएम BJP ने दिया। इस तरह से BJP ने विपक्षी दलों के द्वारा सेट किए जा रहे OBC एजेंडे को काउंटर करने की स्टैटेजी बनाई है। देखना है कि 2024 में किसे सियासी फायदा मिलता है?


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