
Israel के विरोध में आए शिया धर्मगुरु मौलाना, जानें क्या बोले यासूब अब्बास?
Lucknow Desk: Israel और Iran के बीच जंग छिड़ गई है। दोनों देशों के एक-दूसरे पर हमलों का दौर भी जारी है। इस युद्ध पर शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इज़राइल के हमले का सख्त विरोध करते हुए अमेरिका और इजरायल को इंसानियत का दुश्मन बताया है। उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम को बदनाम करने के लिए बार क्लब और जुए के अड्डे खोलना तो आसान हैं लेकिन इस्लाम का दिफा करना बहुत मुश्किल है। जो सिर्फ ईरान कर रहा है।
मौलाना यासूब ने अमेरिका और इजरायल का विरोध करते हुए कहा कि मैं ईरान पर इजरायल द्वारा किए गए आतंकी हमले का सख़्त विरोध करता हूं। इजरायल द्वारा ईरान पर किए जा हमले के पीछे अमेरिका का हाथ है। इजरायल और अमेरिका दोनों हमेशा से ईरान व इंसानियत के दुश्मन रहे हैं
उन्होंने आगे कहा कि इस युद्ध में शैतान अमेरिका का हाथ है, मैं उन इस्लामी मालिक का भी विरोध करता हूं जो इस इंसानियत की जंग में ईरान का साथ ना देकर अमेरिका और इजरायल का साथ दे रहे हैं। मैं उनसे ये कहना चाहता हूं कि इस्लाम मजहब को बदनाम करने के लिए बार, क्लब, और जुए के अड्डे खोलना तो बहुत आसान है, लेकिन मजहब ए इस्लाम का दिफ़ा करना बहुत मुश्किल है। जो आज ईरान अकेले कर रहा है।
वहीं आगे मौलाना यासूब ने इस युद्ध में ईरान का साथ नहीं देने वालों से भी सवाल पूछे हैं। इजरायल-ईरान के तनाव के बीच इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया था। जिनमें तेहरान के सैन्य नेटवर्क और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, Israeli की एयरस्ट्राइक से ईरान में 78 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ईरानी सेना के प्रमुख कमांडर और Iranian परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल हैं। इस बात की पुष्टि ईरान की स्टेट मीडिया ने की है।
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