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Baijnath Agarwal

Gorakhpur News : बैजनाथ अग्रवाल का हुआ निधन , बनारस में गंगा तट पर होगा अंतिम संस्कार

Lucknow Desk : 90 वर्ष की उम्र में गीता प्रेस गोरखपुर के ट्रस्टी रहे बैजनाथ अग्रवाल का निधन हो गया है। बता दे की उन्होंने शुक्रवार की रात लगभग 2:30 बजे उन्होंने हरिओम नगर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वहीं , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गीता प्रेस, गोरखपुर के ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने उनके पुत्र देवी दयाल अग्रवाल से बात कर सांत्वना दी। 

 गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका
संस्कृति मंत्रालय की तरफ साल 2021 में गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। जिस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, ''गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ एक संस्था नहीं है बल्कि एक जीवंत आस्था है। गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों लोगों के लिए किसी भी मंदिर से जरा भी कम नहीं है। गांधी शांति पुरस्कार में 1 करोड़ रुपये की राशि के साथ एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। गांधी शांति पुरस्कार एक वार्षिक पुरस्कार है, जिसकी शुरूआत सरकार ने 1995 में महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के अवसर पर गांधी द्वारा प्रतिपादित आदर्शों को सम्मान देते हुए की थी। 

कब हुई गीता प्रेस की शुरुआत
गीता प्रेस की शुरुआत सन 1923 में हुई थी।  इसके संस्थापक महान गीता-मर्मज्ञ श्री जयदयाल गोयन्दका थे। यह दुनिया के सबसे बड़े प्रकाशकों में से एक है, जिसने 14 भाषाओं में 41.7 करोड़ पुस्तकें प्रकाशित की हैं, जिनमें श्रीमद्‍भगवद्‍गीता की 16.21 करोड़ प्रतियां शामिल हैं। 

योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया 

शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि विगत 40 वर्षों से गीताप्रेस के ट्रस्टी के रूप में बैजनाथ अग्रवाल का जीवन सामाजिक जागरूकता और मानव कल्याण के लिए समर्पित रहा। वह ईश्वर के अनन्य भक्त थे। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।


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