
सदन में योगी आदित्यनाथ
Sambhal News : संभल में रंगाई-पुताई मामले के बीच योगी आदित्यनाथ ने दिया बड़ा बयान
संभल की जामा मस्जिद में को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां पर पहले से ही मस्जिद की रंगाई-पुताई को लेकर बहुत दो पक्षों में जमकर हंगामा देखने को मिल रहा है। तो अब यह मुद्दा उत्तर प्रदेश के विधानसभा बजट सत्र में भी शुरु हो गया है। जहां पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संभल मुद्दे को उठाते हुए कहा कि हम तो सिर्फ इतना कह रहे हैं कि जो हमारा है वह हमें मिलना चाहिए। जिसके बाद विपक्ष के नेताओं की भी इस बयान पर प्रतिक्रिया आना शुरु हो गयी है। जिस पर सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा कि संभल में जो हुआ हम सबने देखा यह सिर्फ अल्पसंख्यकों को टारगेट करने की कोशिश है। इसी तरह समाजवादी पार्टी के कुछ और नेताओं ने योगी आदित्यनाथ के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
क्या बोले योगी आदित्यनाथ
आपको बता दें कि विधानसभा बजटसत्र के दौरान अपने अभिभाषण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल की जामा मस्जिद की बात करते हुए कहा कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की क्या जरूरत है। एक पक्ष वह है जो आपके साने उदाहरण के रुप में है। लेकिन दूसरा पक्ष वह भी है जो 26 फरवरी को संभल में 56 साल के बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम कर रहा था। आगे उन्होंने कहा कि सिर्फ संभल में ही 67 तीर्थ और 19 कूप मौजूद थे। जिनको एक शरारत के तहत एक निश्चित समय समय के अंदर समाप्त कर दिया गया। जिनमें 54 तीर्थों ढूंढना हमारी विरासत का हिस्सा है। हमने वही किया है और वही कहा है कि जो हमारा है वह हमें मिलना चाहिए।
विपक्ष ने किया पलटवार
योगी आदित्यनाथ के इस बयान के बाद विपक्ष से भी पलटवार के रूप में कई बड़े नेताओं प्रतिक्रिया सामने आई जहां पर शिवपाल यादव ने कहा कि कि संभल में जो हुआ हम सबने देखा यह सिर्फ अल्पसंख्यकों को टारगेट करने की कोशिश है। साथ ही सपा से ही सांसद जिया उर्र रहमान बर्क ने कहा मैं तो कहता हूं कि किसी का घर हो या हिन्दू समाज में मन्दिर हो और या मस्जिद हो सभी की समय-समय पर रंगाई-पोताई होती है। जहां तक बात रही इस मस्जिद की तो यहां पर भी रमज़ान के दिनों यह रंगाई पोताई कराई जा रही थी। आगे उन्होंने एएसआई ( आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंण्डिया ) पर भी आरोप लगाते हुए कहा सभी जानते हैं कि एएसआई किसके कहने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हुं कि इस्लाम यह बिल्कुल नहीं कहता है कि किसी के घर कि मंदिर की या किसी और ज़मीन पर मस्जिद का निर्माण कराया जाए तो अगर किसी की जमीन पर हम बनाते भी हैं। तो सबसे पहले उसे उसकी रकम दे देते हैं। अंत में सके बाद एक और सपा नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ दूसरे मुद्दों से जनता का ध्यान बांटना चाहती है। साथ ही यह पुरानी बात है कि जब कोई सरकार काम नहीं करना चाहती है। धर्म को बीच में ले आती है और यही कहना चाहुंगा कि भाजपा सरकार सभी मुद्दों पूरी तरह से फेल होकर सिर्फ जनता को भटकाने का काम कर रही है।