
Yoga Tips : खाना खाने के बाद ये योगा करने से रहेंगे फीट, फटाफट पच जाएगा भोजन
Lucknow Desk : योग शरीर और मस्तिष्क दोनों के लिए फायदेमंद होता है। तमाम बीमारियों से बचाव और उपचार में योग असरदार है। शरीर को लचीला बनाने, मांसपेशियों की मजबूती और अतिरिक्त वसा को घटाने के लिए नियमित योगासन के अभ्यास की सलाह दी जाती है। बता दें योग विशेषज्ञों की मानें तो योग व्यायाम क एक ऐसा रूप है जिसे आप भोजन के बाद कर सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं योग में डिनर के बाद भोजन को पचाने और नींद को बेहतर बनाने के लिए कुछ विशेष योगासन मौजूद हैं। डिनर के बाद ये योगासन करने से भोजन को बेहतर ढंग से पचाने में मदद मिलती है, जिससे भोजन पेट के लिए कम भारी हो जाता है। यह आपके शरीर के पाचन को सशक्त बनाता है और आपके अंगों के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
वज्रासन
बता दे कि रात को खाने के बाद वज्रासन का अभ्यास कर सकते हैं। यह पाचन के लिए सबसे फायदेमंद योगासनों में शामिल है। इस आसन के अभ्यास से ऊपरी शरीर और पेट को स्ट्रेच करने में मदद मिलती है। खाली पेट वज्रासन के अभ्यास की सलाह दी जाती है लेकिन इस आसन को भोजन के बाद करना अधिक फायदेमंद होता है।
गोमुखासन
बता दें कि योग विशेषज्ञ कहते हैं गोमुखासन एक ऐसा आसन है जो "रीढ़ और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव लाने मदद करता है साथ ही पाचन प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद करता है। गोमुखासन के अभ्यास के लिए बाएं पैर को मोड़कर टखने को बाएं कूल्हे के पास रखें। अब दाहिने पैर को बाएं पैर पर इस तरह रखें कि दोनों घुटने एक-दूसरे को स्पर्श करें। अब हाथों को पीछे की ओर ले जाते हुए दाएं हाथ से बाएं हाथ को पकड़ लें। रीढ़ को सीधा रखते हुए लगभग 1 मिनट तक गहरी सांसें लें। धीरे धीरे पुरानी अवस्था में आ जाएं।
रासन
बता दें कि धनुरासन पाचन अंगों के कार्य को बढ़ाने में सहायक है। इस आसन के अभ्यास से पाचन बेहतर होता है। धनुरासन करने के लिए पेट के बल लेट कर पैरों को मोड़ते हुए छूने का प्रयास करें। बाहों और हाथों के उपयोग से टखनों को पकड़ें। टखनों को पीछे की ओर रखते हुए कंधों को खिंचाव दें।
अर्ध चंद्रासन
बता दें कि यह आसन डिनर करने के बाद करने के लिए एक और बेहतरीन मुद्रा है। क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार स्टैंडिंग और साइड स्ट्रेचिंग (पेट में खिंचाव के लिए) पाचन में मदद करने के लिए एक अच्छी योग मुद्रा है। अपनी योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं, अपने दाहिने हाथ को अपने बायीं तरफ मोड़ने के लिए उठाएं और अपने बाएं हाथ से जमीन को छूने की कोशिश करें। लगभग 10 मिनट के लिए हाथ की पोजीशन बदलकर इसी तरह दोहराएं।