Kuno National Park

Kuno National Park : कूनो नेशनल पार्क में एक चीते की मौत , इसे पहले 9 की गई जान

Lucknow Desk : लगातार मध्य प्रदेश में चीतों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज बुधवार सुबह खबर आई कि एक और मादा चीता टिबलिसी की मौत हो गई। प्रधान मुख्य वन संरक्षक असीम श्रीवास्तव ने कहा- धात्री सुबह मृत पाई गई। मौत की वजह पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। एक तरफ ये भी जानने की कोशिश की जा रही कि इनकी मौत क्या कारण है। 26 मार्च से अब तक 9 चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें तीन शावक भी शामिल हैं, जिनका जन्म कूनो में हुआ था।

इसके पहले कूनो प्रबंधन ने प्रेस नोट जारी कर कहा, 'कूनो नेशनल पार्क में बाड़े में रखे गए 14 चीते 7 नर, 6 मादा और 1 शावक स्वस्थ हैं। कूनो और नामीबिया के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट्स लगातार उनका हेल्थ चेकअप कर रहे हैं। इनके अलावा खुले जंगल में घूम रहीं दो मादा चीता पर निगरानी रखी जा रही है और उनको बाड़े में लाने के प्रयास जारी हैं। इन दोनों में से एक मादा चीता टिबलिसी आज सुबह मृत पाई गई।

1952 के बाद से विलुप्त हुए चीते 
वहीं आपको बता दें कि देश में 1952 के बाद से विलुप्त हुए चीतों को फिर से बसाने के उद्देश्य के साथ मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 91 करोड़ रुपये से ज्यादा  के बजट से चीतों को बसाने की कोशिश की गई है। कूनो में चीता शावकों के जन्म के बाद इस परियोजना को सफलता मिलती दिखाई दी थी, लेकिन बीते चार महीनों से लगातार एक-एक कर हो रही चीतों की मौत से अब चीता प्रोजेक्ट खटाई में पड़ता दिखाई दे रहा है।

 40 फीसदी की मौत हो चुकी : कोर्ट
वहीं कोर्ट ने कहा था कि अफ्रीका और नामीबिया से जितने चीते लाए गए थे, उनमें से 40 फीसदी की मौत हो चुकी है। इन्हें भारत लाए हुए अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ। मौतों का यह आंकड़ा अच्छी बात नहीं है। केंद्र की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल  ऐश्वर्या भाटी कोर्ट में पेश हुए थे।


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