
पीएम मोदी से नाराज बिहार? गुजरात है वजह? क्यों ट्रेंड हुआ #ModiFailsBihar जानें सच्चाई
क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बिहारवासियों से नाराज हैं क्या इस बार बिहार में मोदी मैजिक काम नहीं करेगा क्या बिहार कि जनता इस बार एनडिए के साथ नहीं आएगी? बहरहाल ये सवाल हम नहीं पूछ रहे हैं ये सवाल सोशल मीडिया हैण्डल एक्स पर #ModiFailsBihar ट्रेंड कराते हुए कुछ बिहार के लोग और कुछ बिहार कि राजनीति को देखने वाले कह रहे हैं। जी हां उनका कहना ये है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में जाते हैं तो फैक्ट्री का उद्घाटन करके आते हैं पर अगर बिहार में आते हैं तो तो जुमले के नाम पर सिर्फ चूरन बांट कर चले जाते हैं। इसी तरह से लगातार #ModiFailsBihar को एक्स पर ट्रेंड कराया जा रहा है। बता दें कि इस साल के आखिर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसके लिए प्रधानमंत्री 30 और 31 मई को दो दिन के बिहार के दौरे पर रहेंगे। जिसके चलते ये ट्रेंड और भी कराया जा रहा है। हालांकि बताते चलें कि पीएम का ये एकमात्र दौरा नहीं है। चुनावी राज्य बिहार में इस साल कि प्रधानमंत्री मोदी की यह तीसरी यात्रा है। इससे पहले उन्होंने फरवरी और अप्रैल में बिहार की यात्रा की थी। पर इस बार कि यात्रा कई मायनों में अहम मानी जा रही है लेकिन सोशल मीडिया पर #ModiFailsBihar का ट्रेंड बिहार चुनाव से पहले कई सवाल खड़े कर रहा है।
क्या बोले लोग ?
इसी क्रम में लोग अलग-अलग ट्वीट कर रहे हैं- जहां पर एक्स पर आशुतोष नंदन नाम के एक एक्स यूजर ने ये फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि मोदी जी आज बिहार की पावन धरती पर कदम रख रहे हैं। तो ज़बरदस्त स्वागत तो बनता है ना ? इसलिए अगले 2 दिन तक (29th - 30th) ट्विटर पर उन्हें एक खास तोहफ़ा दीजिए #ModiFailsBihar को ट्रेंड कराइए। ट्रेंड करिए कि कश्मीर से कन्याकुमारी और अरुणाचल से गुजरात तक हर कोई जान जाए कि मोदी जी ने बिहार में 'विकास' के नाम पर क्या-क्या किया है।
तो वहीं इसके बाद अनघ नाम के एक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट करने के साथ ही लिखा कि मेहनत बिहार के लोग करेंगे और पैसा गुजराती कमाएंगे। ऐसा कब तक चलेगा? वोट बिहार से लोगे, फैक्ट्री गुजरात में लगेगा अब ऐसा नहीं होगा मोदी जी बहुत हो गया आपका सम्मान। अगर हमें विकास में हिस्सेदारी नहीं मिलेगी,तो आपको वोट भी नहीं मिलेगा। #ModiFailsBihar
पर ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सच में एनडिए और पीएम नरेन्द्र मोदी ने बिहार जैसे राज्य के लिए कुछ नहीं किया?
तो यहां पर जवाब तो हम आपको नहीं बताएंगे पर बहरहाल कुछ चीजें तो आपके सामने जरूर रखेंगे जो साफ तौर पर ये बतांएगी कि शायद ये पूरा सच नहीं है। जी हां, पर यहां पर अब सोचने वाली बात ये है कि आखिर ऐसा क्यों अगर ऐसा नहीं है तो ये ट्रेंड क्यों कराया जा रहा है ?
क्या है सच ?
तो चलिए आपको बताते हैं.. तो दरअसल बात ये है कि जो दौरा प्रधानमंत्री आज से कर रहे हैं बिहार का वहां पर ये बताया जा रहा है कि जीएम मोदी पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे। जो कि 65,155 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इसके निर्माण पर 12 सौ करोड़ रुपये की लागत आई है साथ ही पीएम बिहटा में बनने वाले एयरपोर्ट का शिलान्यास करेंगे इसके लिए इसके लिए 542 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
तो वहीं पीएम मोदी 30 मई को औरंगाबाद जिले के नबीनगर में करोड़ो रुपये की लागत से बनने वाले सुपर थर्मल पावर प्लांट की आधारशिला रखेंगे। इसके बन जाने पर बिहार को 1500 मेगावाट बिजली मिलेगी। इसके अलावा पटना से सासाराम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और बक्सर में गंगा नदी पर पुल जैसी योजनांए भी शामिल होंगी।
अप्रैल में खोला था पिटारा!
इससे पहले पीएम मोदी जब 24 अप्रैल को बिहार के मधुबनी पहुंचे थे। तो उन्होंने वहां से बिहार को 13 हजार 480 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात दी थी।
गोपालगंज जिले के हथुआ में करीब 340 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और रेल अनलोडिंग सुविधा की आधारशिला रखी थी.
बिजली क्षेत्र में 1,170 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया था.
पांच हजार 30 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था.
दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत करीब 930 करोड़ रुपये की सहायता दो लाख से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों को दी गई.
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 15 लाख नए लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, 10 लाख लाभार्थियों को किस्तें, एक लाख प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और 54 हजार प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) मकानों का गृह प्रवेश हुआ था।
तो सारी चीजें तो बता रही हैं कि सच में #ModiFailsBihar ट्रेंड में जो ट्वीट करके दावे किए जा रहे हैं वो बहुत ज्यादा सच नही हैं। क्योंकि हो सकता है कि उनकी बिहार कि मांगो के हिसाब से सभी चीजें ना हुई हों पर ये कहना कि कुछ किया ही नहीं गया बिहार के लिए ये शायद थोड़ा गलत होगा। खैर इन सबके बाद अंत में बताते चलें कि जो लोग इस #ModiFailsBihar हैस्टैग का यूज करके आंकड़ो को पोस्ट कर रहे हैं वो सभी ज्यादातर भाजपा के खिलाफ ही पोस्ट करने वाले में तो ऐसे में ये साफ दिखाता है कि पूरा सच नहीं बताया जा रहा है।
क्या था पिछले चुनावों का हाल ?
वहीं पिछले चुनावों कि बात करें तो 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए ने 125 सीटें हांसिल कि थी जबकि तेजस्वी यादव के नैतृत्व में महागठबंधन को 110 सीटें मिली थी। जहां राष्ट्रीय जनता दल यानि RJD 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। वहीं उसके बाद सिर्फ एक सीट पीछे भाजपा ने 74 सीटें जीतीं थी। इसके अलावा मुख्यमंत्री उम्मीदवार नीतीश कुमार की पार्टी जेडी(यू) ने तीसरी सबसे ज्यादा 49 सीटें जीतीं।