
Ganesh Chaturthi : गणेश चतुर्थी कब हैं? जानें क्या कहता है स्वप्न शास्त्र
Lucknow Desk: देशभर में गणेश चतुर्थी बड़े धूमधाम से मनाई जा रही हैं। बता दे कि इस बार इस पर्व की शुरुवात 27 अगस्त से यानी की बुधवार से होने वाली हैं। जिसको लेकर अभी से ही गहमागहमी शुरु हो गई हैं। हिंदू धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा गया है। इसी गणेश चतुर्थी से 10 दिन का गणेश उत्सव प्रारंभ होता है। इस दौरान भक्तजन अपने घरों, ऑफिस, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, गलियों, चौराहों, मंदिरों आदि में गणपति बप्पा की मूर्ति विराजित करते हैं। गणेश स्थापना के लिए बड़े पैमाने पर सजावट की जाती है। बड़े-बड़े पंडाल लगाए जाते हैं। 10 दिन के गणेश उत्सव में भगवान गणेश की रोजाना दोनों समय विधि-विधान से पूजा की जाती है। गणपति जी को उनके प्रिय भोग लगाए जाते हैं।
माना जाता है कि यदि स्वप्न में गणपति बप्पा का दर्शन हो जाए, तो यह बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपनों में दिखाई देने वाले दृश्य हमारे जीवन में आने वाली घटनाओं का संकेत देते हैं। सपने में गणपति जी को किस रूप में देखा गया है, इसका अर्थ भी अलग-अलग होता है। आइए जानते हैं विभिन्न स्थितियों में सपने का क्या मतलब हो सकता है। यदि आप सपने में गणेश जी को शांत मुद्रा में बैठे हुए देखते हैं, तो इसका मतलब है कि आपके जीवन में शांति और स्थिरता आने वाली है। यह इस बात का संकेत है कि आपके सभी प्रयास सफल होंगे और आपको अपने कार्यों में सफलता मिलेगी। यह आपको धैर्य और शांति बनाए रखने की प्रेरणा देता है। सपने में गणपति जी को खड़े हुए देखना बहुत ही शुभ माना जाता है। यह इस बात का संकेत है कि आपके जीवन में नई शुरुआत होने वाली है। यह आपको बताता है कि आपको जल्द ही किसी नए कार्य, नौकरी या व्यापार में सफलता मिलने वाली है। यह आपके जीवन में प्रगति और विकास का प्रतीक है।