
Hartalika Teej : हरतालिका तीज पर आस्था का संकल्प, सुख-समृद्धि की कामना
Lucknow Desk : हिंदू धर्म में हरतालिका तीज व्रत का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. मान्यता है कि भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि पर रखे जाने वाले इस व्रत को जो सुहागिन महिला विधि-विधान से करती है, उसे अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उस पर पूरे साल भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद बरसता है। इस व्रत को यदि कुंआरी कन्याएं करती हैं तो उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। वहीं सिवान में हरतालिका तीज का पर्व बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। हर घर में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार महिलाएं इस व्रत को निभा रही हैं। सुहागिनें सुंदर सजावट के साथ पूजा-अर्चना कर भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना कर रही हैं।
कब करना चाहिए हरतालिका तीज की पूजा
महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। दिनभर उपवास कर महिलाएं रातभर जागरण और भक्ति गीतों में लीन रहती हैं। पूरे जिले में आस्था और श्रद्धा का अद्भुत माहौल देखने को मिल रहा है। हिंदू धर्म में पूजा-पाठ हो या फिर कोई मांगलिक अवसर, हर काम को शुभ मुहूर्त में करने की परंपरा रही है। ऐसे में सुखी वैवाहिक जीवन और मनचाहे वर की कामना को पूरा करने वाले हरतालिका तीज की पूजा के लिए सबसे उत्तम समय कल सुबह के समय बन रहा है। पंचांग के अनुसार कल दोपहर 01:54 बजे तृतीया तिथि समाप्त हो जाएगी। ऐसे में प्रात:काल 05:56 से 08:31 बजे के बीच हरतालिका तीज की पूजा विधि-विधान से करना ही उचित रहेगा।