
Nashik : गणेश उत्सव में प्याज हुआ महंगा , केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ कर रहे प्रदर्शन
Lucknow Desk : जहाँ एक तरफ पूरी दुनिया गणेश उत्सव माना रही है। वहीं इसी बीच चौकाने वाली खबर सामने आ रही है। महाराष्ट्र में जहां मराठा आरक्षण के मुद्दे को शांत करने में महाराष्ट्र सरकार सफल रही, वहीं गणेश उत्सव की शुरुआत में ही प्याज को लेकर माहोल गरमाता जा रहा है। प्याज व्यापारियों का कहना है कि अनिश्चितकाल तक विरोध जारी रहेगा। विरोध के कारण आशंका है कि खाद्य पदार्थों की कमी हो सकती है और एक बार फिर कीमतों में बढ़ोत्तरी होगी।
क्या है प्याज व्यापारियों की मांगें
नाफेड और NCCF द्वारा खरीदा गया प्याज सीधे मार्केट में न बेचा जाए।
प्याज राशन की दुकानों के जरिये लोगों तक पहुंचाया जाए।
प्याज पर लगाई गई 40% एक्सपोर्ट ड्यूटी रद्द की जाए।
मार्केट फीस एक परसेंट की जगह आधा परसेंट की जाए।
आढ़त (कमीशन) देशभर की प्याज मंडियों में सिर्फ 4% हो।
रोजाना मार्केट में प्याज प्रति क्विंटल 2410 रुपये या इससे ज़्यादा दाम से प्याज की खरीद की जाए।
समिति के पदाधिकारी ने बताया.....
समिति के पदाधिकारी ने बताया कि निर्यात शुल्क बढ़ोतरी के फैसले का हमने विरोध किया है। हमने नासिक के सभी एपीएमसी में प्याज की नीलामी अनिश्चितकाल तक बंद करने का फैसला किया है। केंद्र के फैसले के कारण प्याज का निर्यात मुश्किल हो जाएगा। किसानों को भी इसके कारण भारी नुकसान झेलना पड़ जाएगा। हमने अपनी मांगों के समाधान के लिए सरकार को 19 सितंबर तक का वक्त दिया था। हमारी मांगे अभी तक पूरी नहीं हुई, जिस वजह से हमने बंद का फैसला किया है।
नासिक एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी
बता दें कि नासिक में एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। इसमें रोजाना 40 करोड़ रुपये का व्यापार होता है। इसी महीने प्याज की इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद एक दिन के लिये लासलगांव प्याज मंडी समेत अन्य मंडियों में प्याज की खरीद फरोख्त बंद कर दी गई थी, लेकिन सरकार ने नाफेड और NCCF द्वारा प्याज की खरीद शुरू कर दी थी।