Manipur

Manipur violence: मणिपुर हिंसा के खिलाफ महिलाओं ने किया सड़क जाम

नई दिल्ली: मणिपुर वायरल वीडियो मामले में पुलिस ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। महिलाओं के साथ हुए अत्याचार पर ये पांचवी गिरफ्तारी हुई है। इस बीच राजधानी इम्फाल से एक बार फिर से हिंसा की खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, इम्फाल में महिलाओं ने सड़क पर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया है। विरोध प्रदर्शन में महिलाओं ने सड़क पर टायर जला कर पुलिस को कार्यवाही करने से रोक दिया है। सूचना मिलते ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए भारी बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची। जहां पुलिस ने आग बुझा कर स्थिति को नियंत्रित किया है। वहीं प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए कई इलाकों ने फ्लैग मार्च किया गया है।

अब तक 160 लोगों की मौत

दरअसल, 3 मई से इम्फाल की घाटी में जातीय हिंसा लगातार हो रही है। घाटी में केंद्रीत बहुसंख्यक मैतई और पहाड़ियों पर कब्जा करने वाले कुकी लोगों के बीच जातीय झड़प हो रही है। इस हिंसा अभी तक 160 की मौत हो चुकी है। बता दे कि यहां तीन मई को हिंसा भड़क उठी थी, जब जब मैतई समुदाय की अनुसूचित जनजाति दर्जे की मांग कर रहे है। जिसको लेकर पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च का आयोजन किया गया था। इस दौरान हिंसा शुरु हो गई जिसमें कई लोगों की मौत हो गई।

मणिपुर की आबादी में मैतई लोगों की संख्या लगभग 53% है। जो ज्यादा इम्फाल घाटी में रहते है। वहीं नागा और कुकी की संख्या 40% है। जो पहाड़ियों में रहते है। जिसके वजह से विभिन्न हिस्सों से आगजनी, लूट, हिंसा और भीड़ जमा होने की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसके बाद मणिपुर की स्थिति धीरे-धीरे शांत हो रही थी। इसके बाद 4 मई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। जिस पर पूरा देश भड़क उठा और लोगों में आक्रोश पैदा हो गया। वहीं इस घटना के बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मांग की हिंसा वाले राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। इस घटना में अभी तक पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

सीएम हिमंत बिस्वा ने उठाया सवाल

असम के सीएम हिमंत बिस्वा ने शुक्रवार को संसद के मानसून सत्र शुरु होने से ठीक एक दिन पहले वायरल होने पर सवाल उठाया है। उन्होंने दावा किया कि इस वीडियो के पीछे राजनीति है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि मणिपुर, नागालैण्ड और अरुणाचल प्रदेश में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं कम होती है।

पीएम मोदी ने कहा- आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा

मणिपुर वायरल वीडियो मामले से पूरा देश आक्रोश में है। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर की घटना से 140 करोड़ जनता शर्मसार है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी सी कड़ी की सजा देने का दावा किया। बता दे कि मणिपुर में पहली जातीय हिंसा भड़कने पर पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि कानून अपनी पूरी ताकत के साथ काम करेगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।


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