President Murmu

President Murmu : पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगी राष्ट्रपति मुर्मू , आज लॉन्च करेंगी प्रोजेक्ट

Lucknow Desk : आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचेंगी। अपने एक दिवसीय कोलकाता दौरे के दौरान राष्ट्रपति कोलकाता के राजभवन में ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित 'नशा मुक्त भारत अभियान' के तहत ' मेरा बंगाल , नशा मुक्त बंगाल ' अभियान का शुभारंभ करेंगी। वह रक्षा पीएसयू गार्डनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लि. द्वारा भारतीय नौसेना के लिए निर्मित स्वदेशी युद्धपोत विंध्यगिरि का जलावतरण करेंगी। राष्ट्रपति ने इस साल मार्च में राज्य की अपनी पहली यात्रा पर पश्चिम बंगाल का दौरा किया था। राष्ट्रपति के आगमन के बाद उन्हें कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर की पेशकश की गई थी।

नौसेना ने एक बयान में कहा.......
नौसेना ने एक बयान में कहा, जुलाई 1981 से जून 2012 तक अपनी लगभग 31 वर्षों की सेवा के दौरान पुराने विंध्यागिरि ने विभिन्न चुनौतीपूर्ण संचालन और बहुराष्ट्रीय अभ्यास देखे थे। विंध्यगिरि स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के भविष्य की ओर खुद को आगे बढ़ाते हुए अपनी समृद्ध नौसैनिक विरासत को अपनाने के भारत के दृढ़ संकल्प के प्रतीक के रूप में खड़ी है। परियोजना 17ए कार्यक्रम के तहत मझगांव डॉक लिमिटेड द्वारा कुल चार जहाज और जीआरएसई द्वारा तीन जहाज निर्माणाधीन हैं।

विंध्यगिरि के लॉन्च में होगी शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गार्डन रीच शिपबिल्डर्स इंजीनियर्स लिमिटेड में भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 17ए के छठे जहाज विंध्यगिरि के लॉन्च में भी शामिल होंगी। विंध्यगिरि, जिसका नाम कर्नाटक की पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है, प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स का छठा जहाज है।

विंध्यागिरी के बारे में जानिए

    विंध्यागिरी पोत का नाम कर्नाटक में पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है
    यह प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट का छठा पोत है
    पुराने विंध्यागिरी ने 31 साल की सेवा के दौरान कई बहुराष्ट्रीय अभ्यासों में हिस्सा लिया था
    प्रोजेक्ट 17ए कार्यक्रम के तहत माझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) चार और जीआरएसई तीन पोत निर्माणाधीन
    परियोजना के पहले पांच पोतों का 2019-2022 के बीच अनावरण किया गया था
    प्रोजेक्ट 17ए पोत को भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने देश में ही डिजाइन किया है
    प्रोजेक्ट 17ए पोतों के उपकरणों और प्रणालियों के लिए 75 प्रतिशत ऑर्डर स्वदेशी कंपनियों से पूर्ण किए गए हैं

 

 


Comment As:

Comment (0)