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Wayanad Landslide

Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में तबाही, जानें क्या है लैंडस्लालइड?

Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में लगातार भारी बारिश हो रही है। जिसके वजह से अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई, जिसमें चार गांव - मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा बह गए है। घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं है। मिली जानकारी के अनुसार, अभी तक इस घटना में 84 लोगों की जान जा चुकी है। इसके साथी ही कई लोग लापता हैं।

प्रशासन की तरफ से सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम रेस्यू्ष   कर रही हैं। वहीं कन्नूर से सेना के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है, जिनमें मेडिकल टीम भी शामिल है। एयरफोर्स के दो हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। पांच साल पहले यानी 2019 में भी इन्हीं गांवों- मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई थीजिसमें 52 घर तबाह हुए थे। 17 लोगों की मौत हुई और पांच आज तक लापता हैं।

IMD का अलर्ट, रेस्क्यू में आ सकती है दिक्कत

मौसम विभाग ने वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम और कसारागोड़ में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। आज भी तेज बारिश होने का अनुमान है। अगर तेज बारिश होती रही तो रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ सकती है।

क्या है लैंडस्लाइड?

लैंडस्लाइड एक प्राकृतिक आपदा है। इस ये भी कह सकते है यह एक भूवैज्ञानिक घटना है, जो धरातली हलचल के कारण होती है। पहाड़ी क्षेत्रों से ढलानों, चट्टानों की मिट्टी, चट्टान और कीचड़ -मलबा का अचानक तेज बहाव आता है या नीचे गिरते व खिसकते हैं तो इसे लैंडस्लाइड कहा जाता है। ये घटनाएं ज्यादातर भारी बारिश, बाढ़, भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट या फिर मानवीय गतिविधियों के कारण होती है। देश में हर साल लैंडस्लाइड की 20-30 बड़ी घटनाएं दर्ज की जाती हैं।

गूगल ट्रेंड में लैंडस्ला इड

केरल के वायनाड में हुए लैंडस्लाणइड के बाद पूरे देश और दुनिया में गूगल पर एक ही चीज सर्च की जा रही है वो है लैंडस्लालइड। कई हिस्सों में इसके बारे में गूगल पर खोज बढ़ गई है। मंगलवार की सुबह से ही इसका सर्च ग्राफ लगतार ऊपर की ओर जा रहा है।

लैंडस्लाइड के क्या कारण हैं?

बता दें, लैंडस्लाइड कई कारणों से होता है। इनमें प्राकृतिक घटनाएं और मानवीय हस्तक्षेप दोनों शामिल हैं। इसका सबसे बड़ी वजह वनों की अंधाधुंध कटाई को माना जाता है। विकास के नाम पर जंगल काटे जा रहे हैं। पेड़-पौधों की कटाई और कम होते जंगल से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ता है।

चट्टानों की पकड़ ढीली हो जाती है, जिस कारण भी लैंडस्लाइड होता है। बता दें कि पेड़ों की जड़ें मिट्टी और चट्टानों को बांधने में मदद करती हैं। इसके अलावा भूकंप और मूसलाधार बारिश के चलते भी लैंडस्लाइड होता है।

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