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सपा नेता का बड़ा बयान मुस्लिम अगर बाबर की औलाद हैं तो तुम गद्दार राणा सांगा की!

Uttar Pradesh News: सपा नेता का बड़ा बयान मुस्लिम अगर बाबर की औलाद हैं तो तुम गद्दार राणा सांगा की!

उत्तर प्रदेश में धर्म और जाति को लेकर राजनीति नई बात नहीं हैं। जिसमें नेताओं के आरोप प्रत्यारोप से लेकर जनता का वोट भी बहुत हद तक जाति और धर्म के आधार पर दिया जाता है। यानी आसान भाषा में कहा जाए तो हिंदू बनाम मुस्लिम उत्तर प्रदेश में नई बात नहीं है। तो वहीं अब यूपी में हिंदू बनाम मुस्लिम राजनिती को लेकर एक और ज्वलंत मुद्दा सामने आया है। और यह कहीं और नहीं राज्यसभा में ग्रह मंत्रालय में कामकाज के लेकर चर्चा के दौरान सामने आया है। जी हां जहां अभी देश में औरंगजेब को लेकर चल रहा मुद्दा शांत नहीं हुआ था। वहीं अब सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने बाबर पर बयान देकर नए मुद्दे को छेड़ दिया है। जी हां राज्यसभा में चर्चा में  बीच उन्होंने विवादास्पद बयान दे दिया है। चर्चा के दौरान उन्होंने बाबर पर बयान के साथ हिंदू धर्म पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुसलमान बाबर की औलाद हैं, लेकिन तुम तो गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। फिर क्या था उनके इस बयान पर राजनिती शुरु हो गई। लाला जी सुमन के इस बयान के तुरंत बाद बीजेपी ने सपा सांसद पर जोरदार हमला बोल दिया है। साथ ही बीजेपी ने रामजी लाल सुमन से मांगी मांगने की मांग की है। जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता संजीव बालियान ने कहा कि सपा को ऐसे शर्मनाक कृत्य पर पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।

क्या बोले लालजी सुमन

लालजी सुमन के बयान पर आएं तो सपा सांसद बाबर ने अपने बयान पर कहा कि आखिर बाबर को यहां पर लेकर कौन आया थाउन्होंने कहा कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा लेकर आया था। तो अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, फिर तो तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। हिंदुस्तान में तय होना चाहिए कि अगर बाबर की आलोचना हो तो राणा सांगा की आलोचना भी होनी चाहिए। वह यहीं नहीं रुके इसके बाद आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों का तकियाकलाम हो गया है कि इनमें बाबर का डीएनए है। वे लोग हर जगह इस बात को दोहराते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का मुसलमान तो बाबर को नहीं, मोहम्मद साहब को अपना आदर्श मानता है। यहां का मुसलमान सूफी-संतों की परंपरा को अपना आदर्श मानता है। खैर लाल जी सुमन कि बात करें तो उन्होंने यह बयान तो दे दिया है पर अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सपा के बड़े नेताओं या फिर विशेषतौर पर अखिलेश यादव की इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया देखने को मिलती है? क्योंकि पिछले कुछ समय से सामाजवादी पार्टी अपने कोर मुस्लिम वोटर के साथ हिन्दू वोटरों को भी साधने का प्रयास कर रही है। ऐसे में अपने ही एक राज्यसभा सांसद द्वारा ऐसा हिन्दू विरोधी बयान उनकी हिंदू हितैषी होने की रणनिती पर पानी फेर सकती है।

बीजेपी नेता ने बोला हमला

लालाजी सुमन के इस बयान के तुरंत बाद बीजेपी नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि धिक्कार है। तुष्टिकरण की सभी हदें पार करके सपा नेता ने संसद में महान वीर राणा सांगा को गद्दार कहकर हमारे राजपूत समाज और समस्त हिंदू समाज का घोर अपमान है। इसके बाद भी यह मामला सिर्फ एक बयान तक सीमित नहीं रहा लाल जी सुमन के बयान के बाद सुभासपा मुखिया व योगी सरकार में कैबिनट मंत्री ओपी राजभर ने भी सपा पर जमकर हमला बोला है।

ओपी राजभर ने भी सुनाई खरी खोटी

उत्तर प्रदेश में कैबिनट मंत्री ओपी राजभर ने भी सपा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद और नेता अपना आपा को बैठे हैं। वे फिजूल की बातों की चर्चा सदन में कर रहे हैं। सदन जनता की समस्याओं को लेकर चर्चा करने का केंद्र होना चाहिए, लेकिन समाजवादी पार्टी का एक भी नेता ऐसा नहीं करता। वे हमेशा से नफरत का बीज बो रहे हैं और आज भी वही बोने का प्रयास कर रहे हैं।

बीजेपी का बड़ा ट्वीट

भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैण्डल पर लालजी सुमन का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा गया कि सपा के नेता अपने संस्कारों के अनुरूप तुष्टिकरण की सियासत में इस कदर डूब चुके हैं कि वो विदेशी आक्रांताओं का महिमा मंडन करने के लिए भारतीय महापुरुषों को अपमानित करने में जरा सा भी परहेज नहीं करते। ससंद में सपा सांसद रामजी लाल सुमन की टिप्पणी बेहद शर्मनाक है, उन्हें अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। जिसके बाद इस ट्वीट को कई लोग रीट्वीट कर रहे हैं। तो कई यूजर कॉमेंट में लाल जी सुमन के बयान को सही बता रहे हैं जबकि कई का मानना है। कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए पर इन्हीं सब के बीच बीजेपी की पोस्ट पर समाजवादी फैनपेज समाजवादी प्रहारी नाम के अकाउंट से भी एक कॉमेंट किया गया है। जहां पर उन्होंने इस मुद्दे पर ग्रौक AI के जवाब का स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें लिखा था कि बाबर को भारत में किसने बुलाया, यह विवादास्पद है। कुछ का मानना है कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी के खिलाफ बाबर से गठबंधन का प्रस्ताव दिया था, पर इसे आक्रमण का न्योता मानना बहस का विषय है। बाबरनामा के अनुसार, सांगा ने बाबर को दिल्ली और खुद को आगरा लेने का सुझाव दिया था, लेकिन बाद में सांगा ने बाबर का विरोध किया। यह BJP-SP के बीच राजनीतिक विवाद का हिस्सा है, जहां BJP इसे राणा सांगा का अपमान मानती है। ऐतिहासिक तथ्य जटिल हैं और स्पष्ट जवाब नहीं देते।

बता कि ग्रौक AI पिछले कई दिनों से अपने जवाबों को लकर चर्चा में बना हुआ है। खैर अब इन आरोप-प्रत्यरोप और ग्रौक के इस स्क्रीनशॉट के बाद अब यह देखना दिलचस्प कि आखिर में यह मुद्दा कहां तक पहंचता है? क्य लाला जी सुमन वाकई माफी मांगेंगे अपने इस बयान पर या नहीं साथ ही इस पर राजनीति और तेज होगी आरोपों के माध्यम से या फिर यह मामला यहां थम जाएगा।

 


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