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सावन की शिवरात्री का क्या है महत्व, जानिए दिन और शुभ मुहूर्त

जैसा आप सभी जानते हैं कि सावन मास की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से शुरू हो चुकी है और इस बार भक्तों को भगवान शिव की उपासना के लिए कुल 58 दिन मिलने वाले हैं क्योंकि इस बार सावन मास 2 महीने का होगा कहा जा रहा है कि इस बार जो संयोग बना है वो 19 साल बाद बन रहा है।                                                
 

मासिक शिवरात्रि का महत्व                                                                                                                                                                                                  

आपको बता दें कि जिस तरह सावन के सोमवार का महत्व है बिल्कुल उसी तरह ही सावन की शिवरात्री का भी महत्व है। वहीं सावन शिवरात्रि पर बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। कहा जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से इस व्रत को करता है भगवान शिव उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं। कहा जाता है कि भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए शिवभक्त इस माह कांवड़ यात्रा पर जाते हैं और कांवड़ के जरिए हरिद्वार से पदयात्रा करते हुए गंगाजल लेकर आते हैं। इसके बाद सावन माह की शिवरात्रि के दिन पवित्र गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। इसलिए सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व माना गया है।                                                                                                 
 

पूजा का क्या है शुभ मुहुर्त                                                                                                                                                                                             

दरअसल, सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 15 जुलाई दिन शनिवार को रात 08 बजकर 32 मिनट से शुरू हो रही है जिसका समापन अगले दिन यानी 16 तारीख दिन रविवार को रात 10 बजकर 08 मिनट पर होगा। वहीं 15 जुलाई को मुहूर्त रात 12 बजकर 07 मिनट से देर रात 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में आप शिव जी का जलाभिषेक करके उनका आशीर्वाद भी प्राप्त कर सकते हैं।                                                                                                                     

दरअसल, इस बार शिवरात्रि पर दो शुभ योग भी बन रहे हैं, वृद्धि और ध्रुव योग। वृद्धि योग प्रात:काल से सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक है, इसके बाद ध्रुव योग शुरू होगा जो पूरी रात रहेगा। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र सुबह से लेकर रात 12:23 बजे तक रहेगा।


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