
Siwan : फर्जी परीक्षार्थी पहुंचे परीक्षा केंद्र, बायोमेट्रिक ने खोला राज !
Lucknow Desk : सीवान में सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों का बड़ा जाल पकड़ा गया। डीएवी स्कूल से दो 'मुन्ना भाई' और होटल से तीसरा आरोपी गिरफ्तार। पुलिस गिरोह के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी हैं। रविवार को केंद्रीय चयन परिषद द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब फर्जी परीक्षार्थियों का एक बड़ा जाल पकड़ा गया। शहर के डीएवी उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र से दो ‘मुन्ना भाई’ रंगे हाथों पकड़े गए, जो किसी और की जगह परीक्षा देने पहुंचे थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने एक होटल में छापेमारी कर तीसरे आरोपी को भी धर दबोचा है, जिससे एक बड़े संगठित गिरोह का पर्दाफाश होने की संभावना है। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि डीएवी स्कूल से दो फर्जी परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया है, जबकि तीसरे युवक को होटल से पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक अभी तक अपनी असली पहचान उजागर नहीं कर रहे हैं, जिससे जांच में कुछ कठिनाई आ रही है। सुबह 10:30 बजे के बाद जब परीक्षा केंद्र में प्रवेश बंद कर बायोमेट्रिक सत्यापन किया जा रहा था, तभी केंद्र में तैनात कर्मियों को दो परीक्षार्थियों की गतिविधियों पर शक हुआ। विद्यालय के प्रधानाध्यापक तरुण पाठक, ड्यूटी मजिस्ट्रेट और मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों की बायोमेट्रिक जांच करवाई। जांच में उनका फिंगरप्रिंट और डेटा मेल नहीं खाया। कड़ी पूछताछ के बाद, दोनों ने कबूल किया कि वे क्रमशः अर्जुन कुमार और दिलखुश कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे। पकड़े गए दोनों युवकों को तुरंत हिरासत में लेकर नगर थाना लाया गया। उनसे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक निजी होटल में ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान एक और युवक को पकड़ा गया, जिसके स्थान पर एक फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा दे रहा था. हालांकि, गिरोह का एक और सदस्य होटल से फरार होने में कामयाब रहा, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार जुटी हुई है। पुलिस अब इस बड़े फर्जीवाड़े के पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाने में जुटी है। जांच इस बात पर केंद्रित है कि क्या कोई संगठित गिरोह इस तरह की परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा करवा रहा है, और क्या यह धोखाधड़ी सिर्फ इसी केंद्र तक सीमित है या अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी ऐसी गतिविधियां हुई हैं। इस घटना ने सिपाही भर्ती परीक्षा की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने साफ किया है कि इस गिरोह के किसी भी सदस्य को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जाएगा।