
केएल राहुल ने आखिरकार आलोचना से निकलकर रचा इतिहास
Champions Trophy Final: केएल राहुल ने आखिरकार आलोचना से निकलकर रचा इतिहास
स्पोर्टस डेस्क लखनऊः रविवार को भारत बनाम न्यूजीलैण्ड के बीच खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय टीम ने न्यूजीलैण्ड को आसानी से 4 विकेट से हराकर 12 सालों के बाद तीसरी बार ट्रॉफी पर अपना नाम दर्ज करा लिया। जहां पर वैसे तो सभी खिलाड़ियों ने अपना काम बखूबी किया पर एक खिलाड़ी जिसका नाम केएल राहुल है। उसने अपनी एक अलग छाप छोड़ी जहां पर रनों के लिहाज से देखें तो उतने रन नजर नहीं आएंगे। जिसका सबसे बड़ा कारण उनका बल्लेबाजी नंबर है। जिसमें पहले न्यूजीलैण्ड के खिलाफ लीग मुकाबले को छोड़ दें तो वह पूरे टूर्नामेंट में आउट ही नहीं हुए हैं। पर राहुल के लिए रन बनाने से ज्यादा सवाल उनके रनों का दबाव वाली स्थिति में रन बनाने के लेकर था। कि दबाव में कहीं वह 2023 के फाइनल या उससे पहले 2021 और 2022 के टी20 वर्ल्डकप की तरह फिर तो नहीं बिखर जाएंगे। पर इस बार उन्होंने सबको गलत साबित करते हुए अपने प्रदर्शन से चौंका दिया।
आउट ही नहीं हुए राहुल
केएल राहुल ने चैंपियंस ट्रॉफी में 5 मैचों में कुल 4 पारियां खेली। जिसमें पहले मुकाबले में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 41 रन बनाए। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे मुकाबले में उनकी बल्लेबाजी नहीं आई जबकि तीसरे मैच में न्यूजीलैण्ड के वह 23 रन बनाकर आउट हो गए। पर इसके बाद दो महत्वपूर्ण मैच सेमीफाइनल और फाइनल सामने थे। जहां पर राहुल के प्रदर्शन को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं। पर इस बार वह पूरे तरह से तैयार थे। सेमीफाइनल में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के विरुध्द एक फंसे हुए मुकाबले में भारत को आसानी से जीत दिला दी वह भी 11 गेंद शेष रहते हुए। मुकाबले के अंत उन्होंने छक्का लगाकर किया। उन्होंने महज 34 गेंदो पर 42 रनों की शानदार पारी खेली। पर इन सभी के बाद बारी थी अंतिम अध्याय यानी फाइनल की जहां पर एक बार फिर से केएल राहुल ने अपनी क्लास का प्रदर्शन करते हुए नाबाद 34 रनों की पारी और टीम को जीत दिलाकर लौटे।
खास था केएल राहुल का प्रदर्शन
केएल राहुल ने जो पारियां खेलीं इस टुर्नामेंट में वह तो उनके आंकड़ो में साफ तौर पर नज़र आ रहा है। पर उससे कई ज्यादा महत्वपूर्ण और खास वह पारियां थी। जो शायद आंकड़ो में नजर नहीं आएगा। जिसका साफ कारण यह है कि लगभग हर एक मैच में जिस समय पर राहुल बल्लेबाजी को आए उस समय एक गलती और मुकबला विपक्षी टीम के पक्ष चला जाता। पर केएल राहुल ने समझ-बूझ के साथ बैटिंग करते हुए ना सिर्फ विकेट बचाया बल्कि समय-समय पर बड़े शॉट भी लगाए।