
Rohit Sharma, Virat Kohli Retirement
Rohit Sharma, Virat Kohli Retirement: रोहित,विराट,अश्विन के बाद, टीम IND पर गिरेगी गाज! प्रदर्शन पर पड़ेगा बुरा असर ?
रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंन्द्रन अश्विन जैसे तीन दिग्गज खिलाड़ियो के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जहां अब बहुत सारे युवा खिलाड़ियो को भारत की टेस्ट टीम में मौका मिलेगा तो दूसरी तरफ एक बड़ा सवाल भी खड़ा है कि भारतीय टीम यहां से टेस्ट क्रिकेट में अब आगे कैसे बढ़ेगी कहीं ऐसा तो नहीं कि टीम इण्डिया इन सीनीयर खिलाड़ियों के जाने बाद बिखर सी जाएगी और उनका हाल श्रीलंका या फिर 1983-84 की ऑस्ट्रेलिया वाला हो जाएगा? जी हां ये सवाल खड़े होने लगे हैं। तो आइए जानते हैं कि क्या कुछ होने वाला है और क्या कुछ हो चुका है पास्ट में टीमों के साथ जब उनके 2-3 तीन बड़े खिलाड़ियो की आखिरी सीरीज सेम हो..तो इसके लिए आपको ले चलते हैं 1983-84 की उस ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास जहां पर ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट क्रिकेट में बोलबाला रहता था।
तीन ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी लेते हैं साथ में संन्यास !
जहां पर टीम में विकेटकीपर रॉड मार्श और प्रीमियर बैटर ग्रैग चैपल और महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली टीम में शामिल थे और किम ह्यूज उस टीम के कप्तान थे। पर उसी साल 1983-84 में पाकिस्तान से अपने घर पर टेस्ट सीरीज खेल रही ऑस्ट्रेलिया के लिए रॉड मार्श, ग्रैग चैपल और महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली की वो आखिरी सीरीज साबित हुई और वो भी जिस तरह से नाटकिय रूप से भारतीय टीम के साथ हुआ है वैसा ही ऑस्ट्रलिया के साथ उस पाक सीरीज में भी हुआ था। जहां पर ग्रैग चैपल ने टेस्ट मैच के दूसरे दिन ही ये साफ कर दिया था कि ये उनकी आखिरी सीरीज है। तो वहीं इसके बाद डेनिस लिली ने भी उसी दिन शाम को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। जबकि रॉड मार्श ने आखिरी टेस्ट खत्म होने से पहले ही साफ कर दिया था कि जो अगली सीरीज होगी वो पर्सनल कारणों के चलते उस टीम का हिस्सा नहीं होंगे और फिर वो दोबारा टेस्ट क्रिकेट में कभी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए खेलने नहीं उतरे यानि कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि तीनों ने ही उस सीरीज के बाद संन्यास की घोषणा कर दी थी।
भारत के साथ भी स्थिति भी कुछ वैसी
और कुछ वैसा ही टीम इण्डिया के साथ देखने को मिला है जहां पर रविचन्द्रन अश्विन ने ऑस्ट्रलिया के खिलाफ 2024-25 में खेली गई बॉर्डर गावास्कर सीरीज के बीच में संन्यास का ऐलान कर दिया था। तो वहीं रोहित विराट भी उस सीरीज के बाद आगे टेस्ट क्रिकेट का एक भी मैच खेले बिना ही क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट को अलविदा कह गए। तो अब आप सोच रहे होंगे तो क्या हुआ अगर ऐसा कोई कोइंसिडेस है भी तो इससे क्या ही फर्क पड़ता है तो सही बात है बात रिटायरमेंट कि हो तो क्या फर्क पड़ना है। पर कहानी उसके बाद शुरु होती है जब ऑस्ट्रेलिया के लिए वो तीन दिग्गज संन्यास ले लेते हैं। जी हां उस संन्यास के चलते ऑस्ट्रेलियाई टीम को एलन बॉर्डर की कप्तानी में रीबिल्डिंग फेज में 4 से 5 साल लग जाते हैं।
4 साल बाद ऑस्ट्रेलिया कर पाई थी कमबैक
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के तीनों ही क्वालिटी प्लेयर्स के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया अपनी कोई बड़ी सीरीज करीब साढे चार साल बाद इंग्लैण्ड के खिलाफ एशेज में जीता था। उससे पहले उन 4 साल और 6 महीनों के बीच में टीम को वेस्टइंण्डीज से तीन बार सीरीज हार झेलनी पड़ती है। तो इसके अलावा इंग्लैण्ड और न्यूजीलैण्ड से टीम 2 बार मुंह की खानी पड़ी थी। इसके अलावा भारत और पाकिस्तान से भी उसे सीरीज हार का सामना करना पड़ता है।
श्रीलंका सबसे बड़ा उदाहारण
खैर ये तो हुई बात ऑस्ट्रेलिया कि इसके अलावा बात करें श्रीलंका कि तो 2011 में वनडे वर्ल्डकप का फाइनल खेलने के बाद 2014 में भारत को टी20 वर्ल्डकप के फाइनल में हराकर खिताब जीतने के तुरंत बाद अगले साल 2015 के वनडे वर्ल्डकप में अच्छा प्रदर्शन करने वाली श्रीलंका के लिए जब महेला जयवर्धने, कुमार संगाकारा और तिलकरत्ने दिलशान ने जब संन्यास लिया तो उसके बाद टीम आज तक भी पहले की तरह कमबैक नहीं कर पाई है।
क्या होगी भारत की स्थिति ?
तो अब बड़ा सवाल उठता है कि भारतीय टीम का क्या ? क्या भारतीय टीम के साथ भी ऐसा ही होगा ? तो यहां पर समझने वाली बात ये है कि हम जिन विदेशी खिलाड़ियों कि बात कर रहे हैं उन्होंनो जब संन्यास लिया तब वो शानदार फॉर्म में थे। पर भारतीय दिग्गजों के साथ टेस्ट क्रिकेट में ऐसा नहीं था। साथ ही पिछले कुछ समय से भारत के पास जिसक तरह से प्रतिभाशाली खिलाड़ी निकलकर आए हैं जो किसी भी परिस्थिति में टीम को जीत दिला सकते हैं ऐसे में भारत शायद आसानी से अपना रास्ता बना सकता है। पर एक चीज है जो फैंस को डरा सकती है वो ये कि भले ही रोहित और विराट पिछले कुछ समय से फॉर्म में ना हों पर उनकी मौजूदगी ही यंग खिलाड़ियो के लिए एक बड़े मोटिवेशन होती थी। तो ऐसे में अब जब यो दोनों फील्ड पर नजर नहीं आएगें तो देखना दिलचस्प होगा कि अब यहां से टीम कैसे आगे जाएगी। बतां दे कि रोहित शर्मा ने जहां 7 मई को संन्यास का ऐलान किया था। तो दूसरी तरफ विराट कोहली ने भी इसके 5 दिनों बाद ही इनस्टाग्राम पर पोस्ट करके टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।